मेरा Hero
जब मुश्किलों को पार कर जाए, तब मिले सुकून उसको। काम जब वो सबके आये, प्यार भी मिले सबका उसको। साथ मिलाकर चलता सबको, न कोई होता तेरा-मेरा, इसका-उसका। वफादारी में कभी पीछे न हटना उसको, जीत लेना है दिल सभी का उसको। गुणों की है वो खान, व्यव्हार की नम्रता,आदर-सत्कार भी है एक बाण। जिस पर मुग्ध हो जाते हम सब, वचन निभाना उससे सीखा। वैर मिटाना भी है सीखा, हो कोई दोस्त या कोई गैर।